अशोक वाजपेयी
अशोक वाजपेयी | |
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जन्म | 1941 (आयु 82–83) |
पेशा | अध्यक्ष, ललित कला अकादमी भारत की राष्ट्रीय कला अकादमी (2008-2011), कवि, निबंधकार, साहित्यिक-सांस्कृतिक आंलोचक |
भाषा | हिंदी |
खिताब | साहित्य अकादमी पुरस्कार (1994) |
अशोक वाजपेयी समकालीन हिंदी साहित्य के एक प्रमुख साहित्यकार हैं।[1] वाजपेयी जी भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक पूर्वाधिकारी हैं, परंतु एक कवि के रूप में आपकी प्रसिद्धि अधिक है। आपका जन्म 16 जनवरी 1941 को दुर्ग (छ०ग०) में हुआ। 'कहीं नहीं वहीं' काव्य संग्रह के लिए सन् 1994 में आपको भारत सरकार द्वारा साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाज़ा गया।[2] वाजपेयी महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति भी रह चुके हैं। वर्तमान में आप ललित कला अकादमी के अध्यक्ष हैं। भोपाल में भारत भवन की स्थापना में भी आपने काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।[3]
अशोक वाजपेयी के अबतक (जनवरी 2020 तक) प्रकाशित काव्य संग्रह हैं:-
- शहर अब भी संभावना है
- एक पतंग अनंत में
- अगर इतने से
- तत्पुरुष
- कहीं नहीं वहीं
- बहुरि अकेला
- थोड़ी-सी जगह
- घास में दुबका आकाश
- आविन्यो
- जो नहीं है
- अभी कुछ और
- समय के पास समय
- कहीं कोई दरवाजा
- दुःख चिट्ठीरसा है
- पुनर्वसु
- विवक्षा
- कुछ रफू कुछ थिगड़े
- इस नक्षत्रहीन समय में
- कम से कम
- हार-जीत
संपादित पुस्तकें
- साहित्य विनोद (नयी किताब प्रकाशन)
- कला-विनोद (नयी किताब प्रकाशन)
काव्य संकलन
- प्रतिनिधि कविताएँ
- कवि ने कहा
- खुल गया है द्वार एक
- 75 कविताएं (नयी किताब प्रकाशन)
सन्दर्भ
- ↑ हिंदी साहित्य का दूसरा इतिहास, डॉ॰ बच्चन सिंह, राधाकृष्ण प्रकाशन, दिल्ली, २00२, पृष्ठ- ४५९, ISBN: 81-7119-785-X
- ↑ "दिल्ली की तस्वीर: अशोक वाजपेयी की ज़बानी". बीबीसी हिन्दी. ६ दिसम्बर २०११. मूल से 14 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १४ जुलाई २०१२. Italic or bold markup not allowed in:
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(मदद) - ↑ "श्री अशोक वाजपेयी". इंडो-अमेरिकन फ्रेंडशिप एसोसिएशन, नई दिल्ली. मूल से 23 नवंबर 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १४ जुलाई २०१२. Italic or bold markup not allowed in:
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(मदद)