अल्फ़ा ऑफ़ीयूकी तारा
अल्फ़ा ऑफ़ीयूकी, जिसका बायर नाम भी यही (α Ophiuchi या α Oph) है, सर्पधारी तारामंडल का सब से रोशन तारा है। यह पृथ्वी से दिखने वाले तारों में से ५८वाँ सब से रोशन तारा भी है। यह पृथ्वी से लगभग ४७ प्रकाश वर्ष की दूरी पर है और पृथ्वी से देखी गई इसकी चमक (सापेक्ष कान्तिमान) +२.१० मैग्नीट्यूड पर मापी गई है।
अन्य भाषाओँ में
अल्फ़ा ऑफ़ीयूकी तारे को अंग्रेज़ी में "रैसलहेग" (Rasalhague) भी कहते है। यह अरबी के "रास अल-हय्याह" (رأس الحية) से लिया गया है, जिसका अर्थ "सर्पधारी का सिर" है।
विवरण
अल्फ़ा ऑफ़ीयूकी एक A5 V श्रेणी का दानव तारा है। इसकी निहित चमक (निरपेक्ष कान्तिमान) सूरज की लगभग २९ गुना है। इसका द्रव्यमान हमारे सूरज के द्रव्यमान का २ से ४ गुना और व्यास हमारे सूरज के व्यास का २.५ गुना है। इसकी सतह का अनुमानित तापमान लगभग ८,५०० कैल्विन है। इसका एक बहुत ही धुंधला साथी तारा भी है जो सूरज से लगभग आधा द्रव्यमान रखता है और मुख्य तारे के इर्द-गिर्द हर ८.७ वर्षों में एक परिक्रमा पूरी करता है।[1]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Rasalhague (Alpha Ophiuchi)". मूल से 31 दिसंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 सितंबर 2011.