अलगू राय शास्त्री
अलगू राय शास्त्री ( जन्म २९ जनवरी १९०० ) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राजनेता, शिक्षाविद् एवं कानूनविद् थे वे पहली लोकसभा के आजमगढ़ पूर्व से सदस्य थे, जिसे अब घोसी कहा जाता है। वे संविधान सभा के सदस्य थे।[1] वे उत्तर प्रदेश काँग्रेस के प्रेसिडेंट थे। संविधान सभा में उन्होंने अपने वाक-चातुर्य से सबको प्रभावित किया। हिंदी को राजभाषा बनाए जाने के सवाल पर उनकी वक्तृता ने राष्ट्रभाषा के गौरव को स्थापित किया।
शास्त्री जी का जन्म २९ जनवरी १९०० में अमिला गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम द्वारिका राय तथा माता का नाम कमल देवी था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा अमिला व उच्च शिक्षा काशी विद्यापीठ वाराणसी से पूरा हुआ। १९२० में असहयोग आंदोलन में विद्यार्थी होते हुए भी जेल यात्रा किए। जेल से छूटने के बाद १९२३ में विद्यापीठ से शास्त्री की डिग्री प्राप्त कर सक्रिय राजनीति में भागीदारी की। आपने राजनीति के आलवा साहित्य के क्षेत्र में भी काम किया।
सन्दर्भ
माटी के लाल - http://thesharpreporter.com/?p=13375 Archived 2021-06-20 at the वेबैक मशीन
- ↑ "महान देशभक्त व कानूनविद् थे अलगू राय शास्त्री". दैनिक जागरण. २९ जनवरी २०१३. मूल से 14 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ९ अक्टूबर २०१४.