अर्नेस्ट रेनन
अर्नेस्ट रेनन की 1870 में ली गई तस्वीर | |
| व्यक्तिगत जानकारी | |
|---|---|
| जन्म | जोसेफ़ अर्नेस्ट रेनन 28 फ़रवरी 1823 ब्रतान्य |
| मृत्यु | 2 अक्टूबर 1892 (आयु 69) पेरिस, फ्रांस |
| वृत्तिक जानकारी | |
| युग | 19वीं सदी दर्शनशास्त्र |
| क्षेत्र | पश्चिमी दर्शनशास्त्र |
| विचार सम्प्रदाय (स्कूल) | महाद्वीपीय दर्शनशास्त्र |
| मुख्य विचार | धर्म का महाद्वीपीय, राजनैतिक महाद्वीपीय |
| प्रमुख विचार | नागरिक राष्ट्रवाद |
| हस्ताक्षर | |
जोसेफ़ अर्नेस्ट रेनन (28 फ़रवरी 1823 - 2 अक्टूबर 1892) एक फ़्रांसीसी सामी भाषा विशेषज्ञ, दार्शनिक, लेखक, तथा इतिहसकार थे। वह 17वीं सदी के फ़्रेंच रष्ट्रवाद आंदोलन के महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।[1] उनकी सॉबॉन विश्वविद्यालय में दिया गया व्याख्यान "राष्ट्रा होता क्या है" (फ़्रान्सीसी: फ़्रान्सीसी) बहुत प्रसिद्ध है।[2] जोसेफ़ अर्नेस्ट रेनन की मृत्यु 2 अक्टूबर 1892 में पेरिस, फांस देश में हुई थी यह एक विचार भी थे
सन्दर्भ
- ↑ Wardman, Harold W. "Ernest Renan". Encyclopædia Britannica (अंग्रेज़ी में). Encyclopædia Britannica. मूल से 4 मार्च 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जनवरी 2018.
- ↑ Renan, Ernest. "Ernest Renan: What is a nation?". मूल से 11 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जनवरी 2018.