अर्थशास्त्र के प्रमुख सिद्धान्त
अर्थशास्त्र, उपयोगिता की विद्या है। उपयोगिता के अन्तर्गत लोगों की प्राथमिकता (पसन्द), वस्तुओं से मिलने वाली संतुष्टि, वस्तुओं को लोगों द्वारा प्रदत्त महत्त्व आदि आते हैं। इच्छाएँ अनन्त हैं और इसके साथ यह भी सत्य है कि एक ही वस्तु की अधिकाधिक मात्रा मिलने पर लोगों को उससे क्रमश: न्यून-से-न्यूनतर लाभ या संतुष्टि मिलती है। (ह्रासमान उपयोगिता का नियम)
अर्थशास्त्र के कुछ प्रमुख नियम निम्नवत् हैं -
- संसाधनों की कमी का नियम (Scarcity of resources)
- मांग और पूर्ति का नियम (Law of demand and supply)
- ह्रासमान उपयोगिता का नियम (Law of diminishing utilities)
- श्रम विभाजन का नियम (Division of labour)
- स्पर्धात्मक लाभ का नियम (Law of competitive advantages) - व्यापार सदा ही परस्पर लाभकारी होता है।
- आर्थिक स्वतंत्रता का सिद्धान्त - आर्थिक स्वतंत्रता से ही सर्वाधिक सम्पन्नता मिल सकती है।