अमर सिंह थापा
श्री बडाकाजी जर्नेल अमरसिंह थापा | |
---|---|
बडाकाजी अमरसिंह थापा | |
उपनाम | ज्यूँदो बाघ, बडाकाजी, जर्नेल अम्वरसिंह |
जन्म | विक्रम संवत् १८०८ जनै पूर्णिमा[1] सिरानचोक, गोरखा जिला |
देहांत | वि.सं. गोसाइँ कुण्ड, रसुवा जिला |
निष्ठा | नेपाली |
उपाधि | जनरल |
युद्ध/झड़पें | नेपाल अंग्रेज युद्ध, नेपाल-तिब्बत युद्ध वा नेपाल-भोट युद्ध |
सम्मान | नेपाल की राष्ट्रीय विभूति |
सम्बंध | ५ पुत्र - रणजोर सिंह थापा, रणध्वज थापा, रामदास थापा, नरसिंह थापा |
बडाकाजी अमर सिंह थापा नेपाल एकीकरण अभियान के एक वीर थे जिन्होंने प्राणों की बाजी लगाकर अंग्रेज-नेपाल युद्ध लड़ा था। उन्होंने सन १८१७ में उतरी नेपाल के गोसाइ कुण्ड में देह का त्याग किया था। ये बगाले थापा कुल के क्षत्रिय परिवार से हैं।