अमरीक सिंह दीप
एक हिन्दी साहित्यकार।
मूल नामः अमरीक सिंह बमराह
लेखकीय नामः अमरीक सिंह दीप
जन्मः 5 सितम्बर 1940 (कानपुर ) उत्तर प्रदेश कृतियांः एक और पांचाली , तीर्थाटन के बाद (दो उपन्यास )
कहाँ जायेगा सिद्धार्थ , कालाहाण्डी ,
चांदनी हूँ मैं , सिर फोड़ती चिड़िया ,
काली बिल्ली , एक कोई और , वनपाखी ,
अमरीक सिंह दीपः चुनी हुई कहानियां , यह मिथक नहीं , कब आयेगा अमृतसर , मेरी 11 प्रिय कहानियां ।
( ग्यारह कहानी संग्रह प्रकाशित )
आजादी की फसल ( लघुकथा संग्रह )
कड़े पानी का शहर व झाड़े रहो क्लक्टरगंज
(दो कथेतर साहित्य की पुस्तकें )
अनुवादः रेत में डूबी नदियां (उपन्यास ) बिहारी एक्सप्रेस (उपन्यास ) कनक का कत्लेआम ( उपन्यास ) जमीनों वाले ( उपन्यास )
ऋतु नागर , शाने पंजाब , बर्फ का दानव , नो मैन्स लैण्ड ,
विदिशा की बासंती एवं पंजाबी की चुनी हुई कहानियां ( 10 पुस्तकें पंजाबी से हिन्दी
में अनूदित )
सम्पादित पुस्तकेंः
राजेन्द्र रावः चुनी हुई कहानियां
कृष्ण बिहारीः चुनी हुई कहानियां
विश्वम्भर नाथ शर्मा " कौशिकः चुनी हुई
कहानियां
मां (उपन्यास ) विश्वम्भर नाथ शर्मा "कौशिक "
भिखारणी (उपन्यास ) विश्वम्भर नाथ शर्मा "कौशिक अन्य भाषाओं में अनुवाद ः 11 कहानियां पंजाबी ए 6 कहानियां उर्दू में अनूदित । आकाशवाणी लखनऊ से 6 कहानियों का प्रसारण " तीर्थाटन के बाद " उपन्यास पर फिल्म निर्माणाधीन। " बेस्ट वर्कर " कहानी पर रांची दूरदर्शन व्दारा टेली फिल्म निर्मित व " बेस्ट वर्कर " कहानी का अबूधाबी एम्बेसी में नाट्य मंचन। दो दर्जन के करीब कहानियां विविध संग्रहों में संग्रहीत । सारिका , हंस , नया ज्ञानोदय , पहल , वसुधा , बहुवचन , कहानियाँ , कथाक्रम , वागर्थ , निहारिका , लमही , पुनर्नवा , समकालीन भारतीय साहित्य , साक्षात्कार, उत्तर प्रदेश मासिक , समकालीन सरोकार , कादम्बिनी , कला , मुहिम , कतार , सम्बोधन , कथाबिम्ब , वर्तमान साहित्य , आउटलुक , जनसत्ता , अमर उजाला , दैनिक जागरण , राजस्थान पत्रिका इत्यादि पत्र पत्रिकाओं में 200 से अधिक कहानियां प्रकाशित । ० उपन्यास " तीर्थाटन के बाद " पर फीचर फिल्म " ढाई आखर " निर्मित । ० " बेस्ट वर्कर " कहानी पर दूरदर्शन , रांची व्दारा टेली फिल्म का निर्माण । ० विगत 25 वर्ष से हो रहे कथाकार सम्मेलन " संगमन " के संस्थापक सदस्य । पुरस्कार ः सर्वभाषा कथा प्रतियोगिता में " बेस्ट वर्कर " कहानी प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत । बिगुल कथा प्रतियोगिता में " सैण्डी और सेमल का वृक्ष " कहानी व्दितीय पुरस्कार से पुरस्कृत । विश्वम्भर नाथ शर्मा " कौशिक " कथा पुरस्कार । के ० टी० फाउण्डेशन साहित्य शिरोमणि सम्मान । उल्लेखनीयः हिन्दी साहित्य की " अकार " व "
आशय " पत्रिका में सम्पादन सहयोग ।