अभय सिंह चौटाला
अभय सिंह चौटाला | |
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हरियाणा विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण अक्तूबर 2014 | |
ऐलनाबाद से हरियाणा विधान सभा के मेंबर | |
पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण दिसंबर 2009 | |
भारतीय भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन के दसवें अध्यक्ष | |
पद बहाल 5 दिसंबर 2012 – 9 फरवरी 2014 | |
पूर्वा धिकारी | विजय कुमार मल्होत्रा (अस्थायी अध्यक्ष) |
उत्तरा धिकारी | नारायणन रामचंद्रन |
जन्म | 14 फरवरी 1963 चौटाला , पंजाब , भारत (अब हरियाणा, भारत में ) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | इंडियन नेशनल लोक दल |
जीवन संगी | कांता चौटाला |
बच्चे | करण व अर्जुन |
निवास | सिरसा, हरियाणा, भारत |
पिता | श्री ओम प्रकाश चौटाला |
माता | श्रीमति स्नेह लता चौटाला |
अन्य रिश्ते | (दादा) चौधरी देवी लाल, (भाई) अजय सिंह चौटाला |
अभय सिंह चौटाला हरियाणा ऐलनाबाद के लिए विधानसभा के मेंबर हैं। वे आईएनएलडी पार्टी से विपक्ष के नेता हैं। वे पूर्व उप-प्रधानमंत्री ताऊ देवी लाल के पौत्र व पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार ओम प्रकाश चौटाला के पुत्र हैं।
शुरूआती जीवन व शिक्षा
सिरसा में चौटाला परिवार में जन्मे अभय सिंह चौटाला ने पढ़ाई एसएम हिन्दू सीनियर सैकंडरी स्कूल सोनीपत से की। स्नातक डिग्री हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से बेचलर ऑफ आर्टस ( BA) की डिग्री प्राप्त की। राष्ट्रीय वॉलीबाल चैंपियनशीप खेल में अभय चौटाला ने राज्य को 8 बार पहुंचाया और कईं मेडल प्रदेश के लिए जीते।
राजनैतिक जीवन
यूं तो अभय सिंह चौटाला का राजनैतिक जीवन स्कूली दिनों से ही शुरू हो गया था लेकिन आधिकारिक तौर पर इसकी शुरुआत चौटाला गांव से पंचायत चुनाव के दौरान बतौर एक अवधि के लिए उप सरपंच की सीट जीत कर हुई। अभय चौटाला तब सुर्खियों में आए जब साल 2000 में उन्होंने हरियाणा की रोड़ी से आईएनएलडी की टिकट पर जीत हासिल की, वह भी रिकार्ड दर्ज वोटों के साथ। इसी दौरान अभय चौटाला ने अपना वादा पूरा करते हुए यहां इंजीनियरिंग कॉलेज खुलवाया। जिसका निर्माण पणीवाला मोटा में जननायक देवी लाल चौटाला के नाम से किया गया। साल 2005 में वे सिरसा जिला पंचायत के प्रेसीडेंट चुने गए और फिलहाल अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। साल 2009 में आप ने बाय इलेक्शन के दौरान एलनाबाद से राज्य सीट को जीता। 2014 को फिर से एमएलए चुने गए और विधानसभा में बतौर विपक्ष नेता नियुक्त हुए। साल 2014 लोकसभा चुनावों में आपने आईएनएलडी को जीत की और अग्रसर करते हुए मोदी लहर को चुनौती देते हुए अपनी पार्टी से दो मेंबरों को केंद्र में बतौर एमपी भेजा। अभय सिंह चौटाला 2019 में एक मात्र इनेलो के विधायक बने। उन्होंने ऐलनाबाद से चुनाव जीता। अभय चौटाला हरियाणा में अब हरियाणा परिवर्तन यात्रा के लिए जाने जाते है। [1] उनकी ये यात्रा प्रदेश में लगातार परिवर्तन ला रही है।
खेल जगत में उत्थान
अभय चौटाला को हरियाणा में खेल जगत को एक नया मुकाम देने के लिए श्रेय दिया जाता है। इनके द्वारा दी गई खेल पॉलिसी की वजह से खेल जगत में उन्नति आई। इस पॉलिसी के तहत खिलाडि़यों को शिक्षा संस्थानों में व सरकारी नौकरियों के दौरान स्पोटर्स कोटे के तहत रिर्जवेशन देने का प्रावधान दिया गया। इसी पॉलिसी की कारण खिलाडि़यों को अच्छी डाइट के साथ साथ अंर्तराष्ट्रीय खेल मेडल विजेताओं के लिए राजकीय सम्मान के साथ साथ उपहार देने का प्रावधान दिया गया। अभय चौटाला ने ही राज्य में रूरल स्टेडियम व कोचिंग संस्थानों की शुरुआत की। अभय चौटाला कईं सम्मानित खेल संस्थानों में बतौर सम्मानिय पदों पर विराजमान हैं।
खेल संस्थानों में निम्न पदों पर विराजमान रहे
पद | संस्थान | साल |
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अध्यक्ष | हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन | 2016 से अभी तक 1999 से 2012 व 1991 से 1995 |
अध्यक्ष | हरियाणा स्टेट एथलेटिक एसोसिएशन | 2013 से अभी तक 1996 से 2008 |
अध्यक्ष | हरियाणा स्टेट बॉक्सिंगएसोसिएशन | 2000 से अभी तक |
चेयरमैन | इंडियन अमैच्योर बॉक्सिंग फैडरेशन | 2012 से 2016 |
पैट्रन इन चीफ | आल इंडिया टग आफ वारफैडरेशन | 2008 से 2014 |
अध्यक्ष | इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन | 2012 से 2014 |
अध्यक्ष | इंडियन बॉक्सिंग फैडरेशन | 2001 से 2012 |
शेफ दे मिशन | इंडियन कोंटिजेंट, गुआनज्याऊ एशियनगेम्ज | 2010 |
मेंबर | मेंबर आर्गनाइजिंग कमेटी कॉमनवैल्थ गेम्ज 2010 दिल्ली | 2010 |
उपाध्यक्ष | एशियन बॉक्सिंग फैडरेशन | 2004 से 2011 |
उपाध्यक्ष | इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन | 1991 से 2012 |
अध्यक्ष | हरियाणा स्टेट वॉलीबॉल एसोसिएशन | 1991 से 2000 |
जनरल सेकेट्ररी | हरियाणा स्टेट वॉलीबॉल एसोसिएशन | 1985 से 1991 |
महिला उत्थान कार्यक्रम
( ज्ञात रहे जननायक जनता पार्टी बनाने पर दुष्यंत चौटाला पर उनकी मां नैना चौटाला को लेकर असभ्य टिप्पणी की जो अपनी मां से राजनीति सीखते हैं वो ऐसा ही कर सकते हैं कह कर विवादों में घिर चुके हैं) महिलाओं को किसी से कम न समझने वाले अभय चौटाला महिला उत्थान के लिए कई कार्यक्रमों की शुरुआत की। इस कतार में राइट टू एजूकेशन के अंर्तगत उन्होंने श्रीमती हराकी देवी मैमोरियल कॉलेज फॉर वीमन की शुरुआत की जिसमें शिक्षा में अच्छा स्तर पाने वालीं कन्याओं को निशुल्क एवं फीस में भारी छूट के साथ शिक्षा व निशुल्क रहन सहन सेवा प्रदान की गई। इसके साथ ही अन्य गांवों में पढ़ाई करने के लिए महिलाओं के लिए निशुल्क बस सेवा की शुरुआत की। ये अभय चौटाला के ही प्रयास थे कि महिलाओं को खेल जगत में जाने का उत्साह मिला जो कि पहले हरियाणा में सिर्फ पुरुष ही विद्यमान थे।
निजी जिंदगी
अभय सिंह चौटाला श्री ओम प्रकाश चौटाला व श्रीमती स्नेह लता के छोटे पुत्र हैं। उनकी शादी श्रीमती कान्ता चौटाला से हुई और उनके दो पुत्र हैं। बड़े पुत्र का नाम करण सिंह चौटाला, छोटे पुत्र का नाम अर्जुन सिंह चौटाला है।
अन्य लिंक
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http://www.inld.org/our_leader/abhay-chautala/
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http://www.elections.in/political-leaders/abhay-chautala.html
http://haryanaassembly.gov.in/MLADetails.aspx?MLAID=821
http://olympicharyana.in/
http://boxingfederation.in/
https://www.olympic.ind.in/
http://www.asbcnews.org/
http://www.haryanaathletics.com/
- ↑ "अभय चौटाला की यात्रा को पूरे हुए 70 दिन, लोगों की बढ़ी इनेलो में दिलचस्पी". thenewsrepair.com. अभिगमन तिथि 9 May 2023.