अफ़ार द्रोणी
अफ़ार द्रोणी, डनाकील द्रोणी या अफ़ार त्रिकोण अफ़्रीका के सींग के पास स्थित एक धंसा हुआ इलाक़ा है जो तीन देशों (इरीट्रिया, इथियोपिया और जिबूटी) में फैली हुई है। यह एक बंद जलसम्भर है जिसमें सिर्फ़ एक नदी (अवाश नदी) दाख़िल होती है जिसका पानी कुछ खारी झीलों में रुक जाता है। अफ़र द्रोणी महान दरार घाटी का सुदूर उत्तर-पूर्वी हिस्सा है।
विवरण
अफ़्रीका का सबसे निचला बिंदु इस द्रोणी में स्थित असल झील में पाया जाता है और समुद्रतल से १५५ मीटर नीचे है। यहाँ डनाकील रेगिस्तान भी मौजूद है। अफ़ार द्रोणी में दल्लोल नाम की बस्ती भी स्थित है जो दुनिया की सब से गरम जगहों में से मानी जाती है। यहाँ बारिशों का मौसम सितम्बर से मार्च तक चलता है और सबसे कम तापमान २५ डिग्री सेंटीग्रेड तक जाता है। गर्मियाँ मार्च से सितम्बर तक चालतो हैं जब तापमान ४८ डिग्री तक पहुँच जाता है।
नए सागर का जन्म
२००५ में एक ब्रिटिश-इथियोपियन वैज्ञानिक दस्ते ने तीन हफ़्तों में अफ़ार द्रोणी में एक ८ मीटर बड़ी खाई फटते हुए देखी। यह खाई ज़मीन के नीचे प्लेट विवर्तनिकी से प्लेट हिलने का एक स्पष्ट संकेत था। वैज्ञानिकों का मानना है के इस प्रतिक्रिया से अंत में जाकर अफ़्रीका का पूर्वी हिस्सा मुख्य अफ़्रीका के महाद्वीप से अलग हो जाएगा और इनके बीच एक नया समुद्र बन जाएगा। हमारे युग में जो अफ़ार द्रोणी है वह करोड़ों वर्ष बाद इस नए समुद्र के फ़र्श का हिस्सा होगा।[1]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Geologists witness 'ocean birth' (भूवैज्ञानिक एक नए महासागर का जन्म देख रहे हैं) Archived 2011-02-08 at the वेबैक मशीन, रोनल्ड पीज़ (लेखक), बी बी सी ख़बरें, ८ दिसम्बर २००५.