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अनुपमा चोपड़ा

अनुपमा चोपड़ा
जन्म 23 फ़रवरी 1967 (1967-02-23) (आयु 57)
कलकत्ता, भारत
पेशा लेखक, पत्रकार, फ़िल्म समीक्षक
जीवनसाथीविधु विनोद चोपड़ा (1990 – हाल)
वेबसाइट
www.anupamachopra.com

अनुपमा चोपड़ा (जन्म 23 फ़रवरी 1967) एक भारतीय लेखक, पत्रकार और फ़िल्म समीक्षक हैं। उन्होंने भारतीय सिनेमा पर काफ़ी किताबें लिखीं हैं और NDTV, India Today के साथ-साथ हिंदुस्तान टाइम्स के लिए फ़िल्म समीक्षक का काम किया है। उन्होंने स्टार वर्ल्ड पर साप्ताहिक फिल्म समीक्षा शो द फ़्रंट रो विद अनुपमा चोप्रा को भी होस्ट किया है।[1]

प्रारंभिक जीवन

अनुपमा का जन्म कलकात्ता, भारत में चन्द्र प्रसाद परिवार में अनुपमा चन्द्र के तौर पर हुआ और वे उत्तर प्रदेश के शहर बदायूं में भी रहीं हैं। उनके पिता यूनियन कार्बाइड के कार्यपालक थे और माँ एक पटकथा लेखक थीं जो की प्रेम रोग (1982) और चांदनी (1989) जैसी फिल्मों के लिए डायलॉग्स लिखती थीं। उनकी बहन तुनुजा चंद्रा हैं जो बॉलीवुड निर्देशक और स्क्रीनराइटर हैं और उनके भाई विक्रम चंद्रा हैं जो अपना समय कैलिफ़ोर्निया और भारत में बिताते हैं। अनुपमा ने काफी वर्ष अपने बचपन के हांगकांग में भी बिताये हैं। 1987 में उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में सेंट ज़ेवियर कॉलेज ,मुंबई से स्नातक स्तर की पढाई पूरी की।

बाद में, उन्होंने नॉर्थवेस्टर्न उनिवेर्सितीस मेदिल्ल स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म से पत्रकारिता में MA किया। मेदिल्ल में उन्होंने हर्रिन्ग्तों अवार्ड फॉर मैगज़ीन जर्नलिज्म का अवार्ड जीता। [2]

अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने फ़िल्म पत्रकार और आलोचक के तौर पर अपना पेशा शुरू किया। उनकी पहली किताब शोले:द मेकिंग ऑफ़ अ क्लासिक ने सिनेमा पर लिखी गयी सबसे अच्छी किताब का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। उनकी किताब किंग ऑफ़ बॉलीवुड: शाहरुख़ खान और द सेदुक्टिव वर्ल्ड ऑफ़ इंडियन सिनेमा को न्यू यॉर्क टाइम्स बुक रिव्यु के एडिटर्स चॉइस की सूची में जगह दिया गया।

पेशा

उन्हें अपनी पहली किताब शोले:द मेकिंग ऑफ़ अ क्लासिक के लिए 2000 में सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।

व्यक्तिगत जीवन

चोपड़ा के काम को भारत के सबसे बड़े अंग्रज़ी पत्रिका इंडिया टुडे में प्रकाशित किया गया था।

उन्होंने NDTV 24X7 न्यूज़ चैनल में पिक्चर दिश नाम का शो होस्ट किया है। वर्तमान में वे यू ट्यूब पर फिल्म कम्पैनियन नाम का शो होस्ट कर रही हैं।

नवंबर 2014 में, चोपड़ा श्याम बेनेगल की जगह मुंबई अकादमी ऑफ़ द मूविंग इमेज (MAMI) द्वारा आयोजित मुंबई फ़िल्म फ़ेस्टिवल की अध्यक्ष बनी।[3][4]

उनकी शादी बॉलीवुड के निर्माता और निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा से हुई है।[2][5]

ग्रंथसूची

  • शोले का एक क्लासिकहै. पेंगुइन बुक्स, 2000. ISBN 014029970X.
  • दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे ("बहादुर दिल ले जाएगा दुल्हन"), ब्रिटिश फिल्म संस्थान, 2002. ISBN 0851709575.
  • बॉलीवुड के किंग : शाहरुख खान और आकर्षक दुनिया में भारतीय सिनेमा के. ग्रांड सेंट्रल प्रकाशन, 2007. ISBN 0446508985.
  • पहले दिन पहला शो: लेखन से बॉलीवुड खाइयों. पेंगुइन बुक्स इंडिया, 2011. ISBN 0143065947.
  • फ्रीज फ्रेम. ओम बुक्स, 2013. ISBN 9381607117.
  • 100 फिल्मों को देखने के लिए इससे पहले कि आप मरो. बीसीसीएल, नई दिल्ली, 2013. ISBN 9382299351.
  • सामने पंक्ति: बातचीत पर सिनेमाहै। हार्पर कॉलिन्स पब्लिशर्स इंडिया, 2015. ISBN 9789351770015.

सन्दर्भ

  1. Chopra, Anupama (2 March 2012). "Anupama Chopra's review: Paan Singh Tomar". Hindustan Times. मूल से 6 मार्च 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 March 2012. Starting today, Anupama Chopra becomes Hindustan Times' film critic.
  2. Ramnath, Nandini. "Home truths Anupama Chopra". Time Out Mumbai. अभिगमन तिथि 6 March 2012.[मृत कड़ियाँ]
  3. "MAMI has a new chairperson - Times of India". The Times of India. मूल से 6 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-12-19.
  4. "Anupama Chopra on Balancing Life as a Critic and Festival Director". The Quint. मूल से 20 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2016-12-19.
  5. "Sleeping with the Enemy". OPEN. 8 May 2010. मूल से 18 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 July 2014.