सामग्री पर जाएँ

अनुकूलन

जीव विज्ञान शृङ्खला का एक भाग
क्रम-विकास
तन्त्र और प्रक्रियाएँ

अनुकूलन
आनुवंशिक बहाव
जीन प्रवाह
उत्परिवर्तन
प्राकृतिक चयन
प्रजातीकरण

अनुसन्धान एवं इतिहास

परिचय
प्रमाण
जीवन-विकास का इतिहास
इतिहास
समर्थन का स्तर
आधुनिक संश्लेषण
आपत्ति / विवाद
सामाजिक प्रभाव
सिद्धांत और तथ्य

विकासवादी जीव विज्ञान क्षेत्र

सामूहिकीकरण
पारिस्थितिक आनुवंशिकी
विकासवादी विकास
विकासवादी मनोविज्ञान
आणविक विकास
जातीय आनुवंशिकी
जनसंख्या आनुवंशिकी
वर्गीकरण

जीवविज्ञान पोर्टल ·

अनुकूलन किसी विशेष वातावरण में सुगमता पूर्वक जीवन व्यतीत करने एवं वंशवृद्धि के लिए जीवों के शरीर में रचनात्मक एवं क्रियात्मक स्थायी परिवर्तन उत्पन्न होने की प्रक्रिया है। यह शरीर का अंग या स्थिति नहीं बल्कि एक प्रक्रिया है[1] अनुकूलन द्वारा होने वाले स्थायी बदलावों को इस प्रक्रिया से भिन्न स्पष्ट करने के लिए उन्हें अनुकूलन जन्य लक्षण कहा जा सकता है।[2][3]

सन्दर्भ

  1. Mayr, Ernst (1982). The growth of biological thought: diversity, evolution, and inheritance (1st संस्करण). Cambridge, Mass: Belknap Press. पृ॰ 483. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-674-36445-7. Adaptation... could no longer be considered a static condition, a product of a creative past, and became instead a continuing dynamic process.
  2. The Oxford Dictionary of Science defines adaptation as "Any change in the structure or functioning of an organism that makes it better suited to its environment".
  3. Bowler, P.J. (2003) [1984]. Evolution: the history of an idea (3rd संस्करण). University of California Press. पृ॰ 10. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-520-23693-9.