अनिश्चितता
अनिश्चितता एक ऐसी स्थिति है जिसमें अधूरे या अपरिचित जानकारी जुड़ी होती है। यह भविष्य की बातों को भाँप लेने, किसी मापन में प्रयोग करने या किसी अज्ञात विषय में प्रयोग करने के लिए काम में लाई जाती है। अनिश्चितता आंशिक रूप से प्रत्यक्ष और/ या अनेक संभावनाओं में से चुना हुए (stochastic) वातावरणों और इसके साथ अनभिज्ञता, निष्क्रयता या दोनों के लिए की जाती है।[1] यह कई क्षेत्रों में दिखाई पड़ती है जैसे कि बीमा, दर्शन, भौतिकी, सांख्यिकी, अर्थशास्त्र, वित्त, मनोविज्ञान, समाज-शास्र, अभियांत्रिकी, मौसमविज्ञान, पर्यावरण और सूचना विज्ञान ।
हृदयपूर्ति का सिद्धान्त
किताब 'द हार्टफुलनेस वे' के सह-लेखक जोशुआ पोलॉक के अनुसार यौगिक प्राणाहुति ही हार्टफुलनेस (हृदयपूर्ति) पद्धति का प्राण तत्त्व है। उन्होंने समझाया, हवा हर समय हमारे चारों ओर है, लेकिन हम उस पर ध्यान नहीं देते जब तक वह चलने न लगे। इसी तरह प्रति क्षण हमारे साथ रहने वाले ईश्वर पर भी हम गौर नहीं कर पाते। प्राणाहुति के द्वारा वह उपस्थिति सूक्ष्म रूप में जीवंत हो उठती है। दिव्य ऊर्जा हमारी ओर चलने के साथ हमारे अंदर संचारित होने लगती है। हृदय में होने वाला स्पंदन हमेशा उस आदि शक्ति का एहसास कराता है।[2] इस प्रकार से प्राकृतिक नियमावली में प्रदर्शित अनिश्चितता के बावजूद निश्चित ही होता है।
सन्दर्भ
- ↑ Peter Norvig; Sebastian Thrun. "Introduction to Artificial Intelligence". Udacity. मूल से 22 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2018.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2018.